प्रभात बेला में पंछी प्यारे गाते हैं रवि उदय होते ही पेड़ों से उतर आते हैं। जल मे प्रभात बेला में पंछी प्यारे गाते हैं रवि उदय होते ही पेड़ों से उतर आते ...
इन आदर्शों की स्थापना के साथ-साथ, साहित्य की हर विधा के दर्शन इसमें पाते हैं। हम इसे इन आदर्शों की स्थापना के साथ-साथ, साहित्य की हर विधा के दर्शन इसमें पाते हैं। ...
जलती कली पीया से मिलन लागे, जलती कली पीया से मिलन लागे ! जलती कली पीया से मिलन लागे, जलती कली पीया से मिलन लागे !
दिन-रात करते करते दमन, हत्या ही कर दी तुमने मेरी उमंगों की, मेरे अरमानों की, तुमने तो दिन-रात करते करते दमन, हत्या ही कर दी तुमने मेरी उमंगों की, मेरे अरमानों की, ...
सिद्धार्थ से बुद्ध की आत्मा के परमात्मा का यथार्थ सत्यार्थ।। सिद्धार्थ से बुद्ध की आत्मा के परमात्मा का यथार्थ सत्यार्थ।।
इनकी आभा से होते जगत उज्जवलित, कलह और यातनाओं से दूर, इन्हें मुस्कान दो। इनकी आभा से होते जगत उज्जवलित, कलह और यातनाओं से दूर, इन्हें मुस्कान दो।